गुनगुना के धुप बोली -गुनगुनालो साथ मेरे
फुल बोले -महको थिरको ज़िन्दगी की जीत पे
बाजुओं में भर पवन बोली -गले मुझको लगा ले
रूह मेरी फुसफुसाई -एक हैं हम, ज़मीन जन्नत एक कर लें
फुल बोले -महको थिरको ज़िन्दगी की जीत पे
बाजुओं में भर पवन बोली -गले मुझको लगा ले
रूह मेरी फुसफुसाई -एक हैं हम, ज़मीन जन्नत एक कर लें
adha akash hamara
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