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सोमवार, 17 सितंबर 2018

मधुमालती

मधुमालती का नेह दुर्लभ
 श्वेत रक्तिम रूप..
सृष्टि के आधार द्वय
खिलते.. मिले जब धूप

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (19-09-2018) को "दिखता नहीं जमीर" (चर्चा अंक- 3099) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    राधा तिवारी

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    उत्तर
    1. राधा जी आनंद व ज्ञान साझा करने के लिए साधुवाद

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  2. मेरे ब्लॉग पर भी आएं कृपया
    ashoksharma69.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं