समय से यूं हूँ परे
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गुरुवार, 8 अगस्त 2013
अभेदानंद
तुम
हो
अम्बर
मैं
दिगंबर
भेद
कैसा
नाथ
!
मोक्ष
हो
तुम
मुक्ति
हूँ
मैं
ऐसा
अपना
साथ
.
२५
-
२
-
09
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