फ़ॉलोअर

मंगलवार, 16 जुलाई 2013

आंसु


आंसु तू मत सूख जाना 
आँख से मेरी निकल  कर !
तेरे बिन तो आँख ज्यूँ अंधी ही... 
सुखी ,जलती आँख को 
ठंडक दलाने ,आते जाना !
आंसू मेरे ! 
आँख से तू मिट न जाना!
आंसू तू 
पर आँख के बाहर न जाना  
आँख से मेरी निकल कर ,
आंसू तू मत सूख जाना !
1983

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें