समय से यूं हूँ परे
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गुरुवार, 25 जुलाई 2013
शाश्वत प्रेम
शब्द कैसे कह सकेंगे ?
प्रेम की शाश्वत कथा यह ..
कोष वहन कैसे करेंगे ?
प्रेम की मधु मय सुधा यह ..
जिस निखिल के प्रेम का
मधुपान मैं करती रही हूँ .
उस मधुरतम भाव को
व्यक्त क्या अक्षर करेंगे ?
1985
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