शब्द मेरे लय तुम्हारी
शब्द से जब अर्थ छूटे
लय का मैं क्या करूँ ?
चित्र मेरा तुलिका तेरी
चित्र से जब भाव रूठे ,
चित्र को क्या नाम दूँ ?
प्रति मेरी रीति तेरी
प्रति का बंधन जो टूटे
रीति का मैं क्या करूँ ?
साज तेरा राग तेरा
साज का जब तार टूटे ,
राग का फिर क्या करूँ ?
ह्रदय तेरा प्राण तेरे
ह्रदय ही हाथों से छूटे
प्राण का मैं क्या करूँ ?
1978
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